हे मा दुरगे

तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
जो दुराचारी थे मा उनका
वध तूने किया मा सदा है
आस्त्रा शास्त्रो से है तू सिशोभित
मा तू ही तो बाल प्रदा है
तेरे ही चर्नो मेइनिन है तीनो लोको का संगम
तेरी भक्ति ही सतया है सब मिथ्या है
सब मिथ्या है

तुम अपने रंग में रंग लो
तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
तुम अपने रंग में रंग लो
तुम अपने रंग में रंग लो

मा तेरे दम से है ये जीवन
शुख का आधार सबका ही तू है
इस धरती से उस अंबार तक
जो भी श्रीनगर है वो भी तू है
रंग रंगीले रंगो से मा रंग दे जीवन सबका
मानव ही तेरी सबसे उत्तम रचना
उत्तम रचना

तुम अपने रंग में रंग लो
तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
हे मा दुरगे हे मा दुरगे
तुम अपने रंग में रंग लो
हे मा दुरगे हे मा दुरगे




Upcoming Festivals & Vrat 2025











The Divine News