चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे

चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे,

पूर्व दिशा हर लाइ माँ बदरियाँ जूनर झलक ता ता थइया रे,
चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे,

अमुईया भी बोलत काली रे कोयालियाँ मंदरी पे नाचत चिरइयां रे,
चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे,

बड़े गोकुल राधा बनी माँ भवानी,
बंसी भजाये जो कन्हियाँ रे,
चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे,

सुमर सुमर यश गाये न मनोहर,
दुर्गा माँ लाइयो बलइया रे,
चली आई रे भवानी माई पवन पवन पुरवईया रे,


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