आदित्याय च सोमाय मांगाय बुधाय च।
गुरु शुक्र शनिभ्यश्च राहवे केतवे नमः ॥
जो नवग्रहों को प्रणाम करता है। यहाँ, नवग्रहों का उल्लेख किया गया है जो हिन्दू ज्योतिष में महत्वपूर्ण माने जाते हैं। यहाँ नवग्रहों की सूची इस प्रकार है: आदित्य (सूर्य), सोम (चंद्रमा), मंगल (मंगल), बुध (बुध), गुरु (गुरु/बृहस्पति), शुक्र (शुक्र), शनि (शनि), राहु (राहु), और केतु (केतु)। यह श्लोक नवग्रहों की पूजा और उनके शांति के लिए उनका स्मरण करता है।