तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥
तुम्ही हो बंधू सखा तुम्ही हो॥
तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे
कोई ना अपना सिवा तुम्हारे।
तुम ही हो नईया, तुम ही खिवईया
तुम ही हो बंधू, सखा तुम ही हो॥
तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥
जो खिल सके ना वो फूल हम हैं
तुम्हारे चरणों की धूल हम हैं।
दया की दृष्टि सदा ही रखना
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥
तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो।
तुम्ही हो बंधू सखा तुम्ही हो॥
तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥
तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥