भड़ली नवमी 2025

महत्वपूर्ण जानकारी

  • भड़ली नवमी 2025
  • शुक्रवार, 04 जुलाई 2025
  • भड़ली नवमी प्रारंभ - 03 जुलाई 2025 दोपहर 02:07 बजे
  • भड़ली नवमी समाप्त - 04 जुलाई 2025 शाम 04:32 बजे

हिन्दू पंचाग के अनुसार आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को भड़रिया नवमी या भड़ली नवमी कहा जाता है। इस दिन आषाढ़ मास गुप्त नवरात्री की नवमी भी होती है। हिन्दू धर्म में भड़ली नवमी का बहुत महत्व हैं। इस दिन कोई भी मांगलिक कार्य किया जाता सकता है। भड़ली नवमी को हिंदू धर्म में शुभ विवाह के लिए आखिरी दिन कहा जाता है। इस बाद भगवान विष्णु सो जाते है जिसके कारण नवविवाहित जोड़ो का भगवान विष्णु का आशीर्वाद नहीं मिलता है।

भड़ली नवमी का महत्व

हिन्दू धर्म में भड़ली नवमी का बहुत महत्व है। धर्म शास्त्रों के अनुसार जिस लोगों के विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं निकलता है उनका विवाह इस दिन किया सकता है। भड़ली नवमी के बाद चातुमास लग जाता है जिसके बाद अगले 4-5 महीनें तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते है। ऐसा कहा जा सकता है कोई भी मांगलिक कार्य करने के लिए यह तीथि शुभ होता है।

धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह की निद्रा के बाद जागृत होते हैं। तभी मांगलिक कार्य किए जाते है।




अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


भड़ली नवमी क्या है?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को भड़ली नवमी कहा जाता है। इसी दिन आषाढ़ मास की नवमी गुप्त नवरात्रि भी होती है।


क्या भड़ली नवमी विवाह के लिए शुभ है?

हां, भड़ली नवमी विवाह के लिए अच्छा दिन है। भड़ली नवमी को हिंदू धर्म में शुभ विवाह का आखिरी दिन कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा के बाद जागते हैं। तभी शुभ कार्य किये जाते हैं।


2025 में भड़ली नवमी कब है?

भड़ली नवमी शुक्रवार, 04 जुलाई 2025 को है।





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