क्काज्ल केरी कोठारी, मसि के कर्म कपाट।पांहनि बोई पृथमीं,पंडित पाड़ी बात॥
अर्थ: यह संसार काजल की कोठरी है, इसके कर्म रूपी कपाट कालिमा के ही बने हुए हैं. पंडितों ने पृथ्वीपर पत्थर की मूर्तियाँ स्थापित करके मार्ग का निर्माण किया है.