2025 में अमावस्या तिथि सूची

महत्वपूर्ण जानकारी

  • मौनी अमावस्या
  • बुधवार, 29 जनवरी 2025
  • अमावस्या प्रारंभ: 28 जनवरी 2025 शाम 07:36 बजे
  • अमावस्या समाप्त: 29 जनवरी 2025 शाम 06:05 बजे

अमावस्या तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन आती है। इस दिन चंद्रमा आकाश में अदृश्य रहता है और इसे अंधकार और आध्यात्मिक साधना का प्रतीक माना जाता है। अमावस्या तिथि को धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

यह दिन पितरों की शांति, ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त है। अमावस्या का संबंध शनि देव, पितृ दोष निवारण और देवी काली की पूजा से भी है। इसे साधना, तर्पण और दान के लिए शुभ माना जाता है।


अमावस्या तिथि का धार्मिक महत्व

  1. पितृ तर्पण: अमावस्या तिथि पर पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
  2. शनि पूजा: इस दिन शनि देव और अन्य नवग्रहों की पूजा करना शुभ होता है।
  3. देवी काली और शिव पूजा: अमावस्या को देवी काली और भगवान शिव की आराधना करने से मानसिक शांति और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  4. दान और पुण्य: इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को दान देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

अमावस्या व्रत और पूजा विधि

  1. प्रातःकाल स्नान: किसी पवित्र नदी में स्नान करें या घर पर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें।
  2. पितृ तर्पण: पितरों की आत्मा की शांति के लिए जल, तिल, और कुशा से तर्पण करें।
  3. शनि और काली पूजा: शनि देव और देवी काली को काले तिल, सरसों का तेल, और दीपक अर्पित करें।
  4. दान-पुण्य: गरीबों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें।
  5. साधना और ध्यान: अमावस्या की रात को ध्यान और साधना करने से आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है।

अमावस्या तिथि से जुड़े पर्व

  1. सोमवती अमावस्या: जब अमावस्या सोमवार को पड़ती है, इसे विशेष रूप से पवित्र माना जाता है। इस दिन शिव और पार्वती की पूजा का महत्व है।
  2. महालय अमावस्या: इसे पितृ पक्ष की अंतिम तिथि के रूप में मनाया जाता है।
  3. शनि अमावस्या: शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए यह दिन शुभ है।
  4. दीप अमावस्या: यह तिथि दीपावली के समय आती है और लक्ष्मी पूजन के लिए महत्वपूर्ण होती है।

पौराणिक कथा

एक पौराणिक कथा के अनुसार, अमावस्या के दिन पितृलोक के द्वार खुले रहते हैं, और पितृ अपने वंशजों के द्वारा किए गए तर्पण और दान को स्वीकार करते हैं। इस दिन पितरों की आत्मा को शांति और संतोष मिलता है।


पितृ तर्पण

अमावस्या को पितरों का दिन कहा जाता है। इस दिन किसी को भोजन कराने का अर्थ है कि हम अपने पितरों को भोजन अर्पित कर रहे हैं। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।


अमावस्या तिथि के लाभ

  • पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
  • मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
  • देवी काली और शनि देव की कृपा से कष्टों का निवारण होता है।
  • दान-पुण्य से अक्षय फल और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।

अमावस्या तिथि समय 2025

ये अमावस्या तिथियां हिंदू कैलेंडर के अनुसार हैं और पूरे भारत में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। ये तिथियां धार्मिक और सामाजिक अवसरों के लिए महत्वपूर्ण हैं और विभिन्न धार्मिक कार्यों में उपयोगी हैं।

जनवरी 2025 में अमावस्या तिथि

मौनी अमावस्या
बुधवार, 29 जनवरी 2025
28 जनवरी 2025 शाम 07:36 बजे - 29 जनवरी 2025 शाम 06:05 बजे

फरवरी 2025 में अमावस्या तिथि

फाल्गुन अमावस्या
बुधवार, 27 फरवरी 2025
27 फरवरी 2025 प्रातः 08:55 बजे - 28 फरवरी 2025 प्रातः 06:14 बजे

मार्च 2025 में अमावस्या तिथि

शनि अमावस्या
शनिवार, 29 मार्च 2025
28 मार्च 2025 शाम 07:55 बजे - 29 मार्च 2025 शाम 04:27 बजे

अप्रैल 2025 में अमावस्या तिथि

वैशाख अमावस्या
​रविवार, 27 अप्रैल 2025
27 अप्रैल 2025 प्रातः 04:50 बजे - 28 अप्रैल 2025 प्रातः 01:01 बजे

मई 2025 में अमावस्या तिथि

भौमवती अमावस्या
मंगलवार, 27 मई 2025
26 मई 2025 दोपहर 12:12 बजे - 27 मई 2025 सुबह 08:32 बजे

जून 2025 में अमावस्या तिथि

ज्येष्ठ अमावस्या
बुधवार, 25 जून 2025
24 जून 2025 शाम 07:00 बजे - 25 जून 2025 शाम 04:01 बजे

जुलाई 2025 में अमावस्या तिथि

हरियाली अमावस्या
गुरुवार, 24 जुलाई 2025
24 जुलाई 2025 प्रातः 02:29 बजे - 25 जुलाई 2025 प्रातः 00:41 बजे

अगस्त 2025 में अमावस्या तिथि

शनि अमावस्या
शनिवार, 23 अगस्त 2025
22 अगस्त 2025 प्रातः 11:56 बजे - 23 अगस्त 2025 प्रातः 11:36 बजे

सितंबर 2025 में अमावस्या तिथि

महालया अमावस्या
रविवार, 21 सितम्बर 2025
21 सितंबर 2025 पूर्वाह्न 00:17 बजे - 22 सितंबर 2025 पूर्वाह्न 01:24 बजे

अक्टूबर 2025 में अमावस्या तिथि

भौमवती अमावस्या
मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025
20 अक्टूबर 2025 अपराह्न 03:45 बजे - 21 अक्टूबर 2025 अपराह्न 05:55 अपराह्न

नवंबर 2025 में अमावस्या तिथि

मार्गशीर्ष अमावस्या
गुरुवार, 20 नवंबर 2025
19 नवंबर 2025 सुबह 09:44 बजे - 20 नवंबर 2025 दोपहर 12:17 बजे

दिसंबर 2025 में अमावस्या तिथि

सोमवती अमावस्या
शुक्रवार, 19 दिसंबर 2025
19 दिसंबर 2025 प्रातः 04:59 बजे - 20 दिसंबर 2025 प्रातः 07:13 बजे

 




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