प्रदोष व्रत व प्रदोषम व्रत एक प्रसिद्ध हिन्दू व्रत है जो कि भगवान शिव का आर्शीवाद पाने के लिए किया जाता है। प्रदोष व्रत प्रत्येक महीने में दो बार आता है, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में। यह व्रत दोनों पक्षों के त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। प्रदोष व्रत अगर सोमबार के दिन आता है तो उसे सोम प्रदोषम कहा जाता है। मंगलवार के दिन आता है तो उसे भूमा प्रदोषम कहा जाता है और शनिवार के दिन आता है तो उसे शनि प्रदोषम कहा जाता है। यह व्रत सूर्यास्त के समय पर निर्भर करता है।
प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक होती हैं.
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (भौम प्रदोष व्रत)
मंगलवार, 09 जनवरी 2024
08 जनवरी 2024 रात्रि 11:58 बजे - 09 जनवरी 2024 रात्रि 10:24 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (भौम प्रदोष व्रत)
मंगलवार, 22 जनवरी 2024
22 जनवरी 2024 शाम 07:51 बजे - 23 जनवरी 2024 शाम 08:39 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (भौम प्रदोष व्रत)
मंगलवार, 07 फरवरी 2024
07 फरवरी 2024 दोपहर 02:02 बजे - 08 फरवरी 2024 सुबह 11:17 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (बुध प्रदोष व्रत)
बुधवार, 21 फरवरी 2024
21 फरवरी 2024 पूर्वाह्न 11:27 बजे - 22 फरवरी 2024 अपराह्न 01:21 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (शुक्र प्रदोष व्रत)
शुक्रवार, 08 मार्च 2024
08 मार्च 2024 प्रातः 01:19 बजे - 08 मार्च 2024 प्रातः 09:57 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (शुक्र प्रदोष व्रत)
शुक्रवार, 22 मार्च 2024
22 मार्च 2024 प्रातः 04:44 बजे - 23 मार्च 2024 प्रातः 07:17 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (शनि प्रदोष व्रत)
शनिवार, 06 अप्रैल 2024
06 अप्रैल 2024 प्रातः 10:19 बजे - 07 अप्रैल 2024 प्रातः 06:53 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (रवि प्रदोष व्रत)
रविवार, 21 अप्रैल 2024
20 अप्रैल 2024 रात्रि 10:41 बजे - 22 अप्रैल 2024 प्रातः 01:11 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (रवि प्रदोष व्रत)
रविवार, 05 मई 2024
05 मई 2024 अपराह्न 05:41 बजे - 06 मई 2024 अपराह्न 02:40 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (सोम प्रदोष व्रत)
सोमवार, 20 मई 2024
20 मई 2024 अपराह्न 03:58 बजे - 21 मई 2024 अपराह्न 05:39 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (भौम प्रदोष व्रत)
मंगलवार, 04 जून 2024
04 जून 2024 प्रातः 12:18 बजे - 04 जून 2024 प्रातः 10:01 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (बुध प्रदोष व्रत)
बुधवार, 19 जून 2024
19 जून 2024 प्रातः 07:28 बजे - 20 जून 2024 प्रातः 07:49 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (बुध प्रदोष व्रत)
बुधवार, 03 जुलाई 2024
03 जुलाई 2024 प्रातः 07:10 बजे - 04 जुलाई 2024 प्रातः 05:54 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (गुरु प्रदोष व्रत)
गुरुवार, 18 जुलाई 2024
18 जुलाई 2024 शाम 08:44 बजे - 19 जुलाई 2024 शाम 07:41 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (गुरु प्रदोष व्रत)
गुरुवार, 01 अगस्त 2024
01 अगस्त 2024 अपराह्न 03:28 बजे - 02 अगस्त 2024 अपराह्न 03:26 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (शनि प्रदोष व्रत)
शनिवार, 19 अगस्त 2024
17 अगस्त 2024 प्रातः 08:05 बजे - 18 अगस्त 2024 प्रातः 05:51 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (शनि प्रदोष व्रत)
शनिवार, 31 अगस्त 2024
31 अगस्त 2024 प्रातः 02:25 बजे - 01 सितंबर 2024 प्रातः 03:40 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (रवि प्रदोष व्रत)
रविवार, 15 सितम्बर 2024
15 सितंबर 2024 शाम 06:12 बजे - 16 सितंबर 2024 शाम 03:10 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (सोम प्रदोष व्रत)
सोमवार, 30 सितंबर 2024
29 सितंबर 2024 शाम 04:47 बजे - 30 सितंबर 2024 शाम 07:06 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (भौम प्रदोष व्रत)
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
15 अक्टूबर 2024 प्रातः 03:42 बजे - 16 अक्टूबर 2024 प्रातः 12:19 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (बुध प्रदोष व्रत)
बुधवार, 30 अक्टूबर 2024
29 अक्टूबर 2024 सुबह 10:31 बजे - 30 अक्टूबर 2024 दोपहर 01:15 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (गुरु प्रदोष व्रत)
गुरुवार, 14 नवंबर 2024
13 नवंबर 2024 दोपहर 01:01 बजे - 14 नवंबर 2024 सुबह 09:43 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (गुरु प्रदोष व्रत)
गुरुवार, 28 नवंबर 2024
28 नवंबर 2024 सुबह 06:23 बजे - 29 नवंबर 2024 सुबह 08:39 बजे
शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (शुक्र प्रदोष व्रत)
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024
12 दिसंबर 2024 रात 10:26 बजे - 13 दिसंबर 2024 शाम 07:40 बजे
कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (शनि प्रदोष व्रत)
शनिवार, 28 दिसंबर 2024
28 दिसंबर 2024 प्रातः 02:26 बजे - 29 दिसंबर 2024 प्रातः 03:32 बजे
प्रदोष व्रत एक प्रसिद्ध हिन्दू व्रत है जो शिव भक्ति में किया जाता है। यह व्रत प्रति सप्ताह दो बार किया जाता है, जो हर मास के प्रत्येक पक्ष के त्रयोदशी तिथि को होता है। प्रदोष व्रत के कुछ महत्त्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हो सकते हैं:
प्रदोष व्रत का पालन करने से व्यक्ति को शिव की कृपा, धार्मिकता और आत्मिक उन्नति का अनुभव होता है।