छोटा हरिद्वार एक धार्मिक स्थल जो एन एच 34, मुरादनगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में स्थित है। छोटा हरिद्वार का कोई पौराणिक इतिहास नहीं है परन्तु कुछ सालों में इसका धार्मिक महत्व बढ़ता जा रहा है। छोटा हरिद्वार को गंगनहर के किनारे बनाया गया है। हरिद्वार को मक्ति धाम कहा जाता है परन्तु छोटा हरिद्वार में ऐसा कुछ नहीं है पर इस स्थान को हरिद्वार जैसा बनाया गया है। गंगनहर के किनारे श्याम को गंगा की आरती वैसी ही कि जाती है जैसे की हरिद्वार पर की जाती है। छोटा हरिद्वार पर गंगनहर में आने वाला पानी गंगा से ही आता है। गंगनहर को मनुष्य द्वारा बनाया गया था जिसके पानी का उपयोग खेती इत्यादि के लिए किया जाता है।
यहां का इतिहास कुछ खास तो नहीं है. कभी यहां गंग नहर के किनारे खचेडू जी महाराज पूजा पाठ किया करते थे। उनकी समाधि भी यहीं बनी है। इस स्थान की देखरेख का कार्य राधा रानी सेवा समिति गाजियाबाद द्वारा की जाती है।
छोटा हरिद्वार में गंगनहर में नहाने के लिए नहर के दोनों तरफ पक्के घाट बनाये गये है। इस स्थान पर महिलाओं और पुरुषों नहाने के लिए अलग-अलग घाट बनाये गये है तथा महिलओं के लिए वस्त्र बदलने का स्थान बनाये गये है। छोटा हरिद्वार में स्थान पर साफ सुथरे शौचालय बनाये गये है जिसका सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता है।
छोटा हरिद्वार में लोगों को हरिद्वार जैसा वातावरण देने की तथा सुविधा देने की पूरी कोशिश कर गयी है। यह स्थान पिछले कुछ वर्षों में पिकनिक स्पॉट के रूप में उभरा है। गणेश विसर्जन के लिए भी हजारों की संख्या में लोग यहां आते है। गंग नहर के इन घाट पर गर्मियों में हर रोज हजारों लोग नहाने यहां आते हैं। शनिवार और रविवार को तो यहां बढी संख्या में लोग आते है।
‘छोटा हरिद्वार’ पर हर समय गोताखोरों की एक टीम के साथ स्थानीय प्रबंधन किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए हर समय मुस्तैद रहता है। यह गंगनहर में आये यात्रियों के लिए सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाता है।