द्वादशी तिथि समय 2025

महत्वपूर्ण जानकारी

  • शुक्ल पक्ष द्वादशी (कूर्म द्वादशी व्रत)
  • शनिवार, 11 जनवरी 2025
  • द्वादशी तिथि प्रारम्भ: 10 जनवरी 2025 प्रातः 10:20 बजे
  • द्वादशी तिथि समाप्त: 11 जनवरी 2025 प्रातः 08:22 बजे

द्वादशी तिथि हिंदू पंचांग में अत्यंत पवित्र और शुभ मानी जाती है। यह शुक्ल और कृष्ण पक्ष की बारहवीं तिथि को आती है और भगवान विष्णु को समर्पित है। द्वादशी तिथि को व्रत, पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना गया है। इस तिथि का विशेष महत्व एकादशी व्रत के पारण से भी जुड़ा है। द्वादशी तिथि पर व्रत का पारण करना धार्मिक दृष्टि से अनिवार्य और लाभकारी होता है।

द्वादशी तिथि का धार्मिक महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, द्वादशी तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति का दिन है। यह तिथि साधकों के लिए मोक्ष प्राप्ति और जीवन के कष्टों से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। इस दिन व्रत, दान, और धार्मिक अनुष्ठान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और वह पुण्य का भागी बनता है।

द्वादशी व्रत की विधि

  1. प्रातःकाल स्नान: द्वादशी के दिन प्रातः जल्दी उठकर गंगा जल से स्नान करें या तीर्थ जल का प्रयोग करें।
  2. भगवान विष्णु की पूजा: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने दीपक, धूप और नैवेद्य चढ़ाकर पूजा करें।
  3. व्रत का पारण: एकादशी व्रत का पारण इस दिन उचित समय पर करें। पारण करते समय सात्विक भोजन करें।
  4. दान-पुण्य: इस दिन गरीबों, ब्राह्मणों, और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, और धन का दान करें।

द्वादशी तिथि से जुड़े पर्व

  1. पद्मा द्वादशी: यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा के लिए महत्वपूर्ण है।
  2. गोविंद द्वादशी: इसे भगवान कृष्ण और गोवर्धन पूजा से जोड़ा जाता है।
  3. वैष्णव द्वादशी: वैष्णव संप्रदाय के भक्तों के लिए यह विशेष तिथि है।
  4. जयंत द्वादशी: इस दिन धार्मिक कृत्य करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

द्वादशी तिथि का पौराणिक संदर्भ

पौराणिक कथाओं में द्वादशी तिथि को भगवान विष्णु की विशेष कृपा का दिन माना गया है। स्कंद पुराण और विष्णु पुराण में उल्लेख है कि द्वादशी व्रत करने से व्यक्ति को समस्त पापों से मुक्ति मिलती है।

द्वादशी तिथि के लाभ

  • मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।
  • भगवान विष्णु की कृपा से कष्ट और संकट दूर होते हैं।
  • जीवन में आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  • मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।

द्वादशी तिथि समय 2025

हिंदू कैलेंडर के अनुसार बारहवां दिन को द्वादशी कहा जाता है। द्वादशी शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आती है। द्वादशी महीने में दो बार आती है। हिंदू धर्म में द्वादशी का अपना विशेष महत्व है। द्वादशी के दिन ही एकादशी का व्रत समाप्त होता है। द्वादशी में आने वाले त्योहारों और व्रतों के नाम हैं कूर्म द्वादशी व्रत, गोविंदा द्वादशी, राम लक्ष्मण द्वादशी, गोवत्स द्वादशी और गुरु द्वादशी आदि।

जनवरी 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी (कूर्म द्वादशी व्रत)
शनिवार, 11 जनवरी 2025
तिथि का समय: 10 जनवरी 2025 प्रातः 10:20 बजे - 11 जनवरी 2025 प्रातः 08:22 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
रविवार, 26 जनवरी 2025
तिथि समय: 25 जनवरी 2025 रात्रि 08:32 बजे - 26 जनवरी 2025 रात्रि 08:55 बजे

फरवरी 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
रविवार, 09 फरवरी 2025
तिथि का समय: 08 फरवरी 2025 को शाम 08:16 बजे - 09 फरवरी 2025 को शाम 07:25 बजे तक

कृष्ण पक्ष द्वादशी
मंगलवार, 25 फरवरी 2025
तिथि का समय: 24 फरवरी 2025 दोपहर 01:45 बजे - 25 फरवरी 2025 दोपहर 12:47 बजे

मार्च 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी (गोविन्द द्वादशी)
मंगलवार, 11 मार्च 2025
तिथि का समय: 10 मार्च 2025 प्रातः 07:45 बजे - 11 मार्च 2025 प्रातः 08:14 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
बुधवार, 26 मार्च 2025
तिथि का समय: 26 मार्च 2025 प्रातः 03:45 बजे - 27 मार्च 2025 प्रातः 01:43 बजे

अप्रैल 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
बुधवार, 09 अप्रैल 2025
तिथि का समय: 08 अप्रैल 2025 रात्रि 09:13 बजे - 09 अप्रैल 2025 रात्रि 10:55 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025
तिथि समय: 24 अप्रैल 2025 दोपहर 02:32 बजे - 25 अप्रैल 2025 सुबह 11:45 बजे

मई 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
शुक्रवार, 09 मई 2025
तिथि का समय: 08 मई 2025 दोपहर 12:29 बजे - 09 मई 2025 दोपहर 02:56 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
शनिवार, 24 मई 2025
तिथि का समय: 23 मई 2025 रात्रि 10:30 बजे - 24 मई 2025 शाम 07:20 बजे

जून 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी (राम लक्ष्मण द्वादशी)
रविवार, 08 जून 2025
तिथि का समय: 07 जून 2025 प्रातः 04:48 बजे - 08 जून 2025 प्रातः 07:18 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
रविवार, 22 जून 2025
तिथि का समय: 22 जून 2025 प्रातः 04:28 बजे - 23 जून 2025 प्रातः 01:22 बजे

जुलाई 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
सोमवार, 07 जुलाई 2025
तिथि का समय: 06 जुलाई 2025 को रात्रि 09:15 बजे से 07 जुलाई 2025 को रात्रि 09:15 बजे तक रात 11:10 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
मंगलवार, 22 जुलाई 2025
तिथि का समय: 21 जुलाई 2025 प्रातः 09:39 बजे - 22 जुलाई 2025 प्रातः 07:06 बजे

अगस्त 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
बुधवार, 06 अगस्त 2025
तिथि समय: 05 अगस्त 2025 दोपहर 01:12 बजे - 06 अगस्त 2025 दोपहर 02:08 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
गुरुवार, 20 अगस्त 2025
तिथि का समय: 19 अगस्त 2025 दोपहर 03:33 बजे - 20 अगस्त 2025 दोपहर 01:59 बजे

सितंबर 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
गुरूवार, 04 सितम्बर 2025
तिथि समय: 04 सितंबर 2025 प्रातः 04:22 बजे - 05 सितंबर 2025 प्रातः 04:08 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
गुरुवार, 18 सितंबर 2025
तिथि का समय: 17 सितंबर 2025 रात 11:40 बजे - 18 सितंबर 2025 रात 11:25 बजे

अक्टूबर 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
शनिवार, 04 अक्टूबर 2025
तिथि का समय: 03 अक्टूबर 2025 शाम 06:33 बजे - 04 अक्टूबर 2025 शाम 05:09 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी (गोवत्स द्वादशी, गुरु द्वादशी)
शनिवार, 18 अक्टूबर 2025
तिथि का समय: 17 अक्टूबर 2025 सुबह 11:12 बजे - 18 अक्टूबर 2025 दोपहर 12:19 बजे

नवंबर 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
रविवार, 02 नवम्बर 2025
तिथि का समय: 02 नवंबर 2025 सुबह 07:32 बजे - 03 नवंबर 2025 सुबह 05:07 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
रविवार, 16 नवंबर 2025
तिथि का समय: 16 नवंबर 2025 को सुबह 02:37 बजे - 17 नवंबर 2025 को सुबह 04:48 बजे तक

दिसंबर 2025 में द्वादशी तिथि

शुक्ल पक्ष द्वादशी
मंगलवार, 02 दिसम्बर 2025
तिथि समय: 01 दिसंबर 2025 सायं 07:01 बजे - 02 दिसंबर 2025 अपराह्न 03:57 बजे

कृष्ण पक्ष द्वादशी
गुरुवार, 16 दिसंबर 2025
तिथि का समय: 15 दिसंबर 2025 रात 09:20 बजे - 16 दिसंबर 2025 रात 11:57 बजे







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