हिन्दू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म में कैलेण्डर व हिन्दू पंचाग के तिथि में चन्द्रमा के अनुसार ही बदलती है। अमावस्या क्या होता है? यह वह रात होती है जब चन्द्रमा पूर्ण रूप से नहीं दिखाई देता है। अमावस्या की रात हर 30 दिन बाद आती है यह ऐसा कहा जा सकता है कि अमावस्या एक महीने में एक बार आती है। चन्द्रमा के घटते और बढते हुए को पक्ष कहा जाता है दो प्रकार के होते है शुक्ल पक्ष और कृष्णपक्ष।
2021 में अमावस्या के तिथि इस प्रकार है।
तिथि | प्रारंभ और समाप्ति समय |
जनवरी, 2021 में अमावस्या तीथि | 12 जनवरी, 12:22 बजे - 13 जनवरी, सुबह 10:30 बजे |
फरवरी, 2021 में अमावस्या तिथि (मौनी अमावस्या) | 11 फरवरी, 1:09 पूर्वाह्न - 12 फरवरी, 12:35 बजे |
मार्च 2021 में अमावस्या तीथि (शनि अमावस्या) | 12 मार्च, 3:02 बजे - 13 मार्च, 3:51 बजे |
अप्रैल, 2021 में अमावस्या तीथि | 11 अप्रैल, 6:03 पूर्वाह्न - 12 अप्रैल, सुबह 8:00 बजे |
मई, 2021 में अमावस्या तिथि (भौमवती अमावस्या) | 10 मई, रात 9:55 बजे - 12 मई, 12:29 बजे |
जून, 2021 में अमावस्या तीथि | 09 जून, दोपहर 1:58 बजे - 10 जून, 4:22 बजे |
जुलाई, 2021 में अमावस्या तीथि | 09 जुलाई, सुबह 5:16 बजे - 10 जुलाई, 6:46 बजे |
अगस्त 2021 में अमावस्या तिथि (हरियाली अमावस्या) | 07 अगस्त 7:11 बजे - 08 अगस्त 7:20 बजे |
सितंबर, 2021 में अमावस्या तिथि (भौमवती अमावस्या) | 06 सितंबर, 7:38 बजे - सितंबर 07, 6:21 बजे |
अक्टूबर, 2021 में अमावस्या तिथि (महालय अमावस्या) | 05 अक्टूबर 7:04 बजे - 06 अक्टूबर 4:35 बजे |
नवंबर, 2021 में अमावस्या तिथि | 04 नवंबर, सुबह 6:03 बजे - 05 नवम्बर 2:44 बजे |
दिसंबर, 2021 में अमावस्या तिथि (शनि अमावस्या) | 03 दिसम्बर 4:56 अपराह्न - 04 दिसंबर 1:13 अपराह्न |