महत्वपूर्ण जानकारी

  • पौष पूर्णिमा
  • रविवार, 13 जनवरी 2025
  • पूर्णिमा प्रारंभ - 13 जनवरी 2025 को सुबह 05:03 बजे
  • पूर्णिमा समाप्त - 14 जनवरी 2025 को सुबह 03:56 बजे

पूर्णिमा तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार हर मास में शुक्ल पक्ष के अंत में आती है। यह तिथि चंद्रमा की पूर्णता का प्रतीक है, जब चंद्रमा पूर्ण आकार में दिखाई देता है। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्णिमा का दिन अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है। इस दिन व्रत, पूजा, दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों का विशेष महत्व होता है।

पूर्णिमा का संबंध चंद्र देवता और देवी लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। इसके अलावा, यह तिथि भगवान विष्णु, शिव और सत्यनारायण भगवान की पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण है।

पूर्णिमा तिथि का धार्मिक महत्व

  1. सत्यनारायण व्रत: पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनने और व्रत रखने का विशेष महत्व है।
  2. गंगा स्नान: इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है।
  3. दान-पुण्य: इस दिन किया गया दान अक्षय पुण्य प्रदान करता है।
  4. चंद्रमा की पूजा: चंद्र देवता की पूजा करने से मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

पूर्णिमा व्रत की विधि

  1. स्नान और संकल्प: प्रातःकाल गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
  2. सत्यनारायण पूजा: भगवान सत्यनारायण की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाकर पूजा करें।
  3. ध्यान और मंत्र जाप: भगवान विष्णु और चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।
  4. दान और अन्न का वितरण: गरीबों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें।
  5. रात्रि जागरण: पूर्णिमा की रात्रि को भजन-कीर्तन और ध्यान में बिताएं।

पूर्णिमा के प्रमुख त्योहार

पूर्णिमा तिथि के दिन कई महत्वपूर्ण त्योहार और उत्सव मनाए जाते हैं:

  1. गुरु पूर्णिमा: यह दिन गुरु और अध्यापकों को समर्पित है।
  2. शरद पूर्णिमा: इस दिन चंद्रमा की विशेष पूजा की जाती है और खीर बनाने की परंपरा है।
  3. बुद्ध पूर्णिमा: भगवान बुद्ध के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है।
  4. कार्तिक पूर्णिमा: इसे देव दीपावली भी कहा जाता है।
  5. होली पूर्णिमा: फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन होता है।

पौराणिक कथा

पूर्णिमा तिथि से संबंधित एक कथा के अनुसार, चंद्र देवता ने कठोर तपस्या करके भगवान विष्णु को प्रसन्न किया। उनकी कृपा से चंद्रमा ने अपनी खोई हुई ऊर्जा और कांति को पुनः प्राप्त किया। तभी से पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को विशेष रूप से पूजनीय माना जाता है।

पूर्णिमा का संदेश

पूर्णिमा तिथि शांति, सकारात्मकता और प्रकाश का प्रतीक है। यह दिन हमें आंतरिक शुद्धता, धर्म और भक्ति का महत्व सिखाता है। पूर्णिमा के दिन व्रत और पूजा से न केवल भौतिक, बल्कि आत्मिक उन्नति भी होती है।

पूर्णिमा तिथि के लाभ

  • चंद्रमा की पूजा से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
  • सत्यनारायण भगवान की कथा से जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  • दान-पुण्य से पापों का नाश होता है और पुण्य प्राप्त होता है।
  • धार्मिक अनुष्ठानों से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।

पूर्णिमा तिथि समय 2025

जनवरी 2025 में पूर्णिमा तिथि

पौष पूर्णिमा
रविवार, 13 जनवरी 2025
13 जनवरी 2025 सुबह 05:03 बजे - 14 जनवरी 2025 सुबह 03:56 बजे

फरवरी 2025 में पूर्णिमा तिथि

माघ पूर्णिमा
बुधवार, 12 फरवरी 2025
11 फरवरी 2025 शाम 06:56 बजे - 12 फरवरी 2025 शाम 07:23 बजे

मार्च 2025 में पूर्णिमा तिथि

हुतासनी पूर्णिमा
शुक्रवार, 14 मार्च 2025
13 मार्च 2025 सुबह 10:36 बजे - 14 मार्च 2025 दोपहर 12:24 बजे

अप्रैल 2025 में पूर्णिमा तिथि

चैत्र पूर्णिमा
रविवार, 12 अप्रैल 2025
12 अप्रैल 2025 प्रातः 03:22 बजे - 13 अप्रैल 2025 प्रातः 05:52 बजे

मई 2025 में पूर्णिमा तिथि

बुद्ध पूर्णिमा / वैशाख पूर्णिमा
सोमवार, 12 मई 2025
11 मई 2025 रात्रि 08:02 बजे - 12 मई 2025 रात्रि 10:25 बजे

जून 2025 में पूर्णिमा तिथि

देव स्नान पूर्णिमा / गुरु पूर्णिमा
बुधवार, 11 जून 2025
10 जून 2025 पूर्वाह्न 11:36 बजे - 11 जून 2025 अपराह्न 01:13 बजे

जुलाई 2025 में पूर्णिमा तिथि

गुरु पूर्णिमा
गुरुवार, 10 जुलाई 2025
10 जुलाई 2025 प्रातः 01:37 बजे - 11 जुलाई 2025 प्रातः 02:06 बजे

अगस्त 2025 में पूर्णिमा तिथि

नारली पूर्णिमा / जंध्याला पूर्णिमा / श्रावण पूर्णिमा
शनिवार, 09 अगस्त 2025
08 अगस्त 2025 दोपहर 02:12 बजे - 09 अगस्त 2025 दोपहर 01:25 बजे

सितंबर 2025 में पूर्णिमा तिथि

भाद्रपद पूर्णिमा
रविवार, 07 सितम्बर 2025
07 सितम्बर 2025 प्रातः 01:41 बजे - 07 सितम्बर 2025 प्रातः 11:38 बजे

अक्टूबर 2025 में पूर्णिमा तिथि

शरद पूर्णिमा
मंगलवार, 07 अक्टूबर 2025
06 अक्टूबर 2025 दोपहर 12:24 बजे - 07 अक्टूबर 2025 सुबह 09:17 बजे

नवंबर 2025 में पूर्णिमा तिथि

कार्तिका पूर्णिमा
बुधवार, 05 नवंबर 2025
04 नवंबर 2025 रात 10:36 बजे - 05 नवंबर 2025 शाम 06:49 बजे

दिसंबर 2025 में पूर्णिमा तिथि

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025
04 दिसंबर 2025 सुबह 08:38 बजे - 05 दिसंबर 2025 सुबह 04:44 बजे



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