श्री रामचंद्र की आरती
thedivineindia.com | Updated UTC time: 2020-12-17 22:37:27
महत्वपूर्ण जानकारी
- जगमग जगमग ज्योत जली देवी श्री राम के लिए एक हिंदू धार्मिक गीत है। हालांकि यह गीत एक हिंदी भाषा की रचना है, लेकिन इसे भारतीय मूल के कई हिंदुओं ने अपनी मूल भाषा की परवाह किए बिना गाया है। हिंदू पूजा के एक रूप आरती के समय पूरी मण्डली द्वारा प्रार्थना गाई जाती है।
जगमग-जगमग जोत जली है। राम आरती होन लगी है।।
भक्ति का दीपक प्रेम की बाती।
आरती संत करें दिन राती।।
आनंद की सरिता उभरी है।
जगमग-जगमग जोत जली है।।
कनक सिंहासन सिया समेता।
बैठहिं राम होई चित लेता।।
वाम भाग में जनक जली है।
जगमग-जगमग जोत जली है।।
आरति हनुमत के मन भावे।
राम कथा नित शंकर गावें।।
संतों की ये भीड़ लगी है।
जगमग-जगमग जोत जली है।।
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