अहिंसा स्थल एक जैन मंदिर है तथा बदरपुर रोड और अरबिंदो मार्ग चैराहे, महरौली, दिल्ली में स्थित है। यह मंदिर जैन समुदाय का एक धार्मिक स्थल है। इस मंदिर की मुख्य प्रतिमा भगवान महावीर की है जोकि 24वें व अंतिम तीर्थंकर थे। यहां श्री महावीर का एक भव्य प्रतिमा को स्थापित किया गया है। श्री महावीर की यह प्रतिमा एक ग्रेनाइट पत्थर से बनी हुई है जिसकी ऊँचाई लगभग 13 फीट 6 इंच है तथा इसका वचन लगभग 30 टन है। यह प्रतिमा एक कमल के आसन पर विराजमान है जिसकी ऊँचाई 2 फीट 8 इंच है इसका वचन लगभग 17 टन है। प्रतिमा के दोनों तरफ शेर की प्रतिमा स्थिति है।
अहिंसा स्थल पर सभी जाति व धर्म के लोग पूजा अर्जना के लिए आते है। यह का वातावरण यहां आये लोगों के लिए सुख, शांति व स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम स्थान है। यहां का वातारण बहुत शांति प्रदान करने वाला है।
अहिंसा स्थल के पास एक बहुत सुन्दर बाग भी है। धार्मिक महत्व के अलावा यहां एक प्रकाश स्तम्भ भी है जो कि ब्रिटिस अधिकारी सर थाॅमस मेटकाल्फ द्वारा बनाया गया था। इसलिए इस स्थान को मेटकाल्फ बैटरी हाऊस भी कहा जाता है।
अहंकार का भाव ना रहो ना ही किसी चंत क्रोध करू,
देख दुसरों की बढ़ती को, कभी ना ईष्या भाव दरू,
रहे भावना ऐसी मेरी सरल-सत्य व्यवहार करू,
बने जहां तक इस जीवन में औरों का उपकार करू।।