खाटू श्याम जी का फाल्गुन लक्खी मेला - 2025

खाटू श्याम जी का फाल्गुन लक्खी मेला भारत के सबसे प्रसिद्ध और भव्य मेलों में से एक है। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने और अपनी श्रद्धा प्रकट करने के लिए खाटू नगरी पहुंचते हैं। इस मेले का महत्व इतना है कि देशभर से भक्त यहां खिंचे चले आते हैं। आइए जानें 2025 के खाटू श्याम लक्खी मेले की तारीख और अन्य विशेष जानकारियां।


2025 में खाटू श्याम लक्खी मेले की तिथि

2025 में बाबा श्याम का फाल्गुन लक्खी मेला 02 मार्च से 11 मार्च तक आयोजित होने की संभावना है।

  • मुख्य मेला फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से द्वादशी तक होता है।
  • फाल्गुन सुदी एकादशी का दिन सबसे खास माना जाता है, क्योंकि इसी दिन बाबा श्याम का शीश श्याम कुंड में प्रकट हुआ था।
  • मेले का समापन द्वादशी के दिन होता है, जब बाबा श्याम ने भगवान कृष्ण को अपना शीश अर्पित किया था।

खाटू श्याम जी फाल्गुन मेला संभावित तिथियां 2025

  • तृतीया: रविवार 2 मार्च 2025
  • चतुर्थी: सोमवार 3 मार्च 2025
  • पंचमी मंगलवार 4 मार्च 2025
  • षष्ठी: रविवार 5 मार्च 2025
  • सप्तमी: गुरुवार 6 मार्च 2025
  • अष्टमी: शुक्रवार 7 मार्च 2025
  • नवमी: शनिवार 8 मार्च 2025
  • दशमी: रविवार 9 मार्च 2025
  • ग्यारस: सोमवार 10 मार्च 2025
  • बार्स: मंगलवार 11 मार्च 2025

मेले की विशेषताएं

फाल्गुन लक्खी मेला खाटू श्याम मंदिर का सबसे प्रमुख वार्षिक आयोजन है।

  • अनुमान है कि इस मेले में 60 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे।
  • मेले की तैयारियां श्री श्याम मंदिर कमेटी और प्रशासन के सहयोग से की जाती हैं।
  • इस दौरान मंदिर परिसर को अद्भुत रोशनी और सजावट से सुसज्जित किया जाता है।

पदयात्रा का महत्व

  • रींगस से खाटू श्याम मंदिर तक की पदयात्रा भक्तों के लिए एक विशेष धार्मिक अनुभव है।
  • श्रद्धालु बाबा श्याम का निशान लेकर जयकारों के साथ यात्रा करते हैं।
  • मार्ग में जगह-जगह भंडारे लगाए जाते हैं, जहां भोजन और पानी की नि:शुल्क व्यवस्था होती है।
  • यह यात्रा बाबा श्याम के प्रति असीम श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।

मेले की तैयारियां

  • मेले की तैयारियां एक महीने पहले ही शुरू हो जाती हैं।
  • मंदिर परिसर और खाटू नगरी को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है।
  • सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, चिकित्सा सेवाएं और साफ-सफाई के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं।

बाबा श्याम की दिव्यता और आस्था

बाबा श्याम को कलियुग के साक्षात देवता माना जाता है।

  • उनकी भक्ति करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।
  • फाल्गुन लक्खी मेला इस आस्था का सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां लाखों भक्त अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
  • बाबा के दर्शन और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु यहां खिंचे चले आते हैं।

मेले की खास बातें

  1. विशेष झांकियों का आयोजन।
  2. भक्तों के लिए 24 घंटे भंडारे।
  3. लाइव कीर्तन और भजन संध्याएं।
  4. बड़े पैमाने पर सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाएं।

अंत में

2025 का खाटू श्याम लक्खी मेला भक्तों के लिए एक दिव्य और अद्भुत अनुभव होगा।
यदि आप भी बाबा श्याम के अनन्य भक्त हैं, तो इस मेले में जरूर शामिल हों। बाबा के दर्शन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।





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