श्री प्रियाकान्त जू मंदिर

महत्वपूर्ण जानकारी

  • स्थान: छटीकरा, मथुरा - वृंदावन मार्ग, वैष्णो देवी मंदिर के पास, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121।
  • समय: सुबह 6.00 से 12.30 बजे और शाम 4.30 से 8.30 बजे तक।
  • आरती का समय:
  • ग्रीष्म ऋतु (अक्षय तृतीया से देवोत्थान एकादशी तक)
  • सुबह: मंगला आरती: सुबह 06.00 से 06.30 बजे,
  • श्रीनगर आरती: सुबह 9 बजे।
  • राजभोग: प्रातः 11.45 से 12.00 बजे
  • दरवाजा बंद: दोपहर 12.30 बजे
  • संध्या : दरवाजा खुला: शाम 4.30 बजे
  • संध्या आरती: शाम 6.30 बजे
  • शयन भोग: शाम 7.30 से 7.45 बजे
  • दरवाजा बंद: रात 8:30 बजे
  • समर्पित: भगवान कृष्ण और राधा को
  • निर्मित तिथि: 2016 फरवरी 2016
  • कैसे पहुंचे: मंदिर स्थानीय बसों, रिक्शा या राष्ट्रीय राजमार्ग मथुरा रोड से टैक्सियों को किराए पर लेने के द्वारा उपलब्ध है।
  • निकटतम रेलवे स्टेशन: प्रियाकांत जू मंदिर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर मथुरा जंक्शन रेलवे।
  • निकटतम हवाई अड्डा: प्रियकांत जू मंदिर से लगभग 73.5 किलोमीटर की दूरी पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय हवाई अड्डा।
  • सड़क मार्ग से: ताज एक्सप्रेस रोड से प्रियाकांत जू से लगभग 162 किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली।
  • मथुरा रोड (AH1) के माध्यम से प्रियकांत जू से लगभग 137 किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली।

श्री प्रियाकान्त जू मंदिर भगवान श्री कृष्ण जी को समर्पित है तथा इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और राधा की सुन्दर व मनमोहन मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर का नाम का राधा व श्रीकृष्ण जी के आधार पर रखा गया है प्रिया यहां श्री राधा है और कान्त यहां भगवान श्रीकृष्ण है। यह मंदिर वृंदावन के पवित्र शहर, मथुरा जिला, उत्तर प्रदेश में स्थित है। इस मंदिर की लगभग ऊँचाई 125 फिट है। श्री प्रियाकान्त जू मंदिर कमल के फुल कि तरह बनाया गया है। मंदिर सडक के किनारे बनाया गया है तथा मंदिर सडक से काफी ऊँचाई पर है मंदिर के दोनो तरफ पानी के कुण्ड है जिसमें फुव्वारे भी लगाये गये है। मंदिर के चारों कोनो पर भगवान गणेश, हनुमान व भगवान शिव के छोटे-छोटे मंदिर भी बनाये गये है। इस मंदिर के निर्माण के लिए मकराना राजस्थान के संगमरमर का प्रयोग किया गया है। यह मंदिर प्राचीन भारतीय कला और वास्तुकला में एक पुनर्जागरण को दर्शाता है।

श्री प्रियाकान्त जू मंदिर बनाने का संकल्प विश्व शांति चैरिटेबल ट्रस्ट ने 2007 में लिया था। श्री प्रियाकान्त जू मंदिर की स्थापना श्री देवकी नन्दन ठाकुर जी महाराज द्वारा 2009 में रखी गई थी तथा मंदिर को बनाने में लगभग 7 साल का समय लगा था। इसके प्रथम चरण की शुरुआत 2012 में हुई। श्री प्रियाकान्त जू मंदिर लोगों के लिए 8 फरवरी 2016 में खोला गया था। इस मंदिर का उद्घाटन श्री कप्तान सिंह सोंलकी जो कि हरियाणा के राज्यपाल है, के द्वारा किया गया था। मंदिर के उद्घाटन में लाखों श्रदालुओं ने भाग लिया था।




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