कामदा सप्तमी व्रत हिन्दू धर्म अपना एक अलग महत्व रखता है। ज्योतिष शास्त्र में कामदा सप्तमी व्रत का विशेष महत्व होता है। कामदा सप्तमी व्रत पूर्णतयः भगवान सूर्य को समर्पित होता है। शास्त्रों में इस व्रत को कामना पूर्ति के लिए खास माना गया है। कामनाओं को पूरा करने वाला यह व्रत पूरे वर्ष भर चलने वाला व्रत होता है। यह व्रत प्रत्येक शुक्ल सप्तमी को किया जाता है और हर चौमासे अर्थात् हर चार माह में इस व्रत का पारण करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से स्वास्थ्य, धन, संतान और पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। ब्रह्मा जी ने कामदा व्रत की महिमा और महत्व भगवान विष्णु जी बतायी थी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति का जीवन उसके जन्म कुण्डली पर निर्भर करता है। जिन व्यक्ति की कुण्डली में सूर्य नीच स्थान पर होता है उनके जीवन में काफी परेशानियां और धन आदि की हानि होती है। कामदा सप्तमी व्रत करने से इन सभी परेशानियों से निजात मिलता है। कामदा सप्तमी व्रत करने से व्यक्ति की कुण्डली में सूर्य बलवान होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
षष्ठी को एक समय भोजन करके सप्तमी को निराहार रहकर, “खखोल्काय नमः” मन्त्र से सूर्य भगवान की पूजा की जाती है और अष्टमी को तुलसी दल के समान अर्क के पत्तो का सेवन किया जाता है। प्रातः स्नानादि के बाद सूर्य भगवान की पूजा की जाती है सारा दिन “सूर्याय नमः” मन्त्र से भगवान का स्मरण किया जाता है। अष्टमी को स्नान करके सूर्य देव का हवन पूजन किया जाता है। सूर्य भगवान् का पूजन करके आज घी, गुड़ इत्यादि का दान किया जाता है और दूसरे दिन ब्राह्मणों का पूजन करके खीर खिलाने का विधान है।
शुक्ल पक्ष सप्तमी
सोमवार, 06 जनवरी 2025
05 जनवरी 2025 रात्रि 08:15 बजे - 06 जनवरी 2025 सायं 06:24 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी (रथ सप्तमी)
मंगलवार, 04 फरवरी 2025
04 फरवरी 2025 प्रातः 04:37 बजे - 05 फरवरी 2025 प्रातः 02:31 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
गुरुवार, 06 मार्च 2025
05 मार्च 2025 दोपहर 12:51 बजे - 06 मार्च 2025 सुबह 10:51 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
शुक्रवार, 04 अप्रैल 2025
03 अप्रैल 2025 रात्रि 09:41 बजे - 04 अप्रैल 2025 रात्रि 08:13 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी (गंगा सप्तमी)
रविवार, 04 मई 2025
03 मई 2025 प्रातः 07:52 बजे - 04 मई 2025 प्रातः 07:19 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
सोमवार, 02 जून 2025
01 जून 2025 रात्रि 08:00 बजे - 02 जून 2025 बजे 08:35 अपराह्न
शुक्ल पक्ष सप्तमी
बुधवार, 02 जुलाई 2025
01 जुलाई 2025 प्रातः 10:21 बजे - 02 जुलाई 2025 प्रातः 11:59 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
गुरुवार, 31 जुलाई 2025
31 जुलाई 2025 प्रातः 02:42 बजे - 01 अगस्त 2025 प्रातः 04:58 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
शनिवार, 30 अगस्त 2025
29 अगस्त 2025 रात्रि 08:22 बजे - 30 अगस्त 2025 रात्रि 10:47 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
सोमवार, 29 सितम्बर 2025
28 सितंबर 2025 बजे 02:27 अपराह्न - 29 सितंबर 2025 अपराह्न 04:32 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
बुधवार, 29 अक्टूबर 2025
28 अक्टूबर 2025 प्रातः 08:00 बजे - 29 अक्टूबर 2025 प्रातः 09:23 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
गुरुवार, 27 नवंबर 2025
27 नवंबर 2025 सुबह 00:02 बजे - 28 नवंबर 2025 सुबह 00:30 बजे
शुक्ल पक्ष सप्तमी
शनिवार, 27 दिसंबर 2025
26 दिसंबर 2025 दोपहर 01:44 बजे - 27 दिसंबर 2025 दोपहर 01:10 बजे