सूर्य नमस्कार, जिसे सन सल्यूटेशन भी कहा जाता है, एक योग प्रयास है जिसमें विशेष मंत्रों (मंत्र) के साथ सम्बद्ध आसनों (योग आसन) के दौर का आयोजन किया जाता है, जो सूर्य देवता, सूर्य भगवान को समर्पित है। प्रत्येक 12 आसन के साथ एक विशेष मंत्र जुड़ा होता है, और इन मंत्रों को जानकारी आसनों के साथ के समय पढ़ा जाता है। इन मंत्रों का उद्देश्य सूर्य देवता का आदर करना है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना है, स्वास्थ्य, जीवन शक्ति और आध्यात्मिक भलाई के लिए।
यहां सूर्य नमस्कार के 12 आसन और उनके संबंधित मंत्र हैं:
इन मंत्रों का उच्चारण सांस के साथ तालमेल बिठाते हुए संबंधित आसन करते समय मानसिक रूप से या धीरे-धीरे किया जाता है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिए भी फायदेमंद है, जो इसे एक समग्र योग अभ्यास बनाता है।