बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए—
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॥
अर्थात- माता कहती हैं कि मनुष्य मेरे प्रसाद से सभी बाधाओं से मुक्त होगा तथा धन, धान्य एवं संतान से सम्पन्न होगा इसमें तनिक भी संदेह नहीं है।
सर्व बाधा मुक्ति एवं धन प्राप्ति के लिए इस मंत्र का रोज़ाना 108 बार जप करें।