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कार्तिक स्वामी मंदिर एक हिन्दू मंदिर है जो कि भारत के राज्य उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में कनक चैरी गांव में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के बडे़ पुत्र श्री कार्तिकेय को समर्पित है। यह मंदिर चारों तरफ से गहरी घाटी से घिरे हुआ है और एक संकीर्ण रिज के अंत में स्थिापित है। यह मंदिर बादलों से छिपा रहता है तथा मंदिर के से प्राकृतिक सौन्र्द्रय का गुणवता का पुरा नजारा देखा जा सकता है।
मंदिरों के चारों तरफ बर्फीली चोटियों और हिमालय की रहस्यमयी सुंदरता को देखा जा सकता है। मंदिर में भगवान कार्तिक स्वामी की नक्काशीदार मूर्ति को देखकर हर कोई चकित रह जाता है। इसलिए यह मंदिर रुद्रप्रयाग के सबसे पवित्र पर्यटक स्थालों में से एक है। भगवान कार्तिकेय को भारत के दक्षिण भाग में कार्तिक मुरुगन स्वामी के नाम से प्रसिद्ध है।
ऐसा माना जाता है कि कार्तिकेय, भगवान शिव व पर्वती से नाराज हो गये थे क्योंकि भगवान गणेश को प्रथम पूज्य का दर्जा दे दिया था इसलिए कार्तिकेय नाराज होकर इस स्थान पर तपस्या करने आये थे और ऐसा कहा जाता है कि यह भगवान कार्तिकेय अपनी तपस्या हेतु अब भी इस मंदिर में आते है।