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भूतेश्वर मंदिर एक हिन्दू मंदिर है जो कि भवगान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के भगवान शिव को भूतनाथ कहा जाता है। यह मंदिर कुरूक्षेत्र की 48 कोस की परिक्रमा की श्रृखंला में आता है। यह मंदिर हरियाणा के जींद क्षेत्र में स्थित है। भूतेश्वर मंदिर भगवान शिव के सबसे पुराने में मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण जींद जिले के शासक रघुबीर सिंह ने करवाया था। जिसे भूतेश्वर मंदिर के रूप में जाना जाने लगा। भूतेश्वर मंदिर के चारों ओर तालाब बने हुए है जिसके कारण इस तालाबों को ‘रानी तालाब’ भी कहा जाता है।
रानी तालाब के पीछे पौराणिक कथा है यह कि महाराजा रणबीर सिंह ने अपनी रानी के स्नान करने के लिए यह तालाब बनाये थे। राजा ने एक सुरंग का निर्माण भी किया था जो तालाब को महल से जोड़ता है। इस सुरंग को बनाने का मुख्य कारण था कि रानी स्नान करने के बाद लोगों की नजरों में न आये और सीधा महल में प्रवेश कर सके। यह सुरंग को आज भी देखा जा सकता है। रानी हर रात ‘सुरंग’ पार करने के बाद इस तालाब में स्नान करती थी। यही कारण है कि इसे रानी तालाब के रूप में कहा जाता है। यह गोहाना रोड पर मौजूद है, जिसे इस प्राचीन शहर की जीवन रेखा के रूप में भी कहा जाता है।
ऐसा भी कहा जाता है कि भूतेश्वर मंदिर का इतिहास महाभारत काल से है। सावन माह में शिवरात्रि तथा फागुन माह में महाशिवरात्रि को यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है। हर पूर्णिमा को भंडारे का आयोजन किया जाता है।