भुकुण्ड भैरव मंदिर एक हिन्दू मंदिर है जो कि भारत के राज्य उत्तराखंड के केदारनाथ पर स्थित है। इस स्थान पर भगवान भैरव की पूजा की जाती है और यहां भगवान भैरव के ऊपर कोई छत नहीं है अर्थात् इस स्थान पर भैरव खुले में ही विराजमान है।
भुकुण्ड भैरव मंदिर की विशेषता यह है कि केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले भुकुण्ड भैरव की पूजा की जाती है उसके बाद ही भगवान केदारनाथ बाबा की पूजा की जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार भुकुण्ड को बाबा केदारनाथ का पहला रावल माना गया है। भुकुण्ड भैरव को केदारनाथ के क्षेत्रपाल कहा जाता है। भुकुण्ड भैरव भगवान शिव का ही एक अवतार है।
यह मंदिर केदारनाथ से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है जो कि पहाड़ी की चोटी पर स्थित है यह पर पैदल जा सकते है। यह मंदिर केदारनाथ मंदिर के दक्षिण दिशा में स्थित है तथा केदारनाथ मंदिर से देखा जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि यह कोई भक्त केदारनाथ के दर्शन करता है तो उसके दर्शन तब तक अधूरे माने जायेगें जब तक भुकुण्ड बाबा के दर्शन न करें। केदारनाथ मंदिर के खुलने से पहले मंगलवार और शनिवार को भुकुण्ड भैरव की पूजा की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि मंदिर के पुरोहितों द्वारा पूजा में कोई कमी रहा गई थी इसलिए केदारनाथ पर भीषण आपदा आई थीं।