दुर्गा अष्टोत्तर शतनामावली 108 पवित्र नामों का एक संग्रह है जो देवी दुर्गा के विभिन्न गुणों, रूपों और विशेषताओं की स्तुति और वर्णन करता है। प्रत्येक नाम उसकी दिव्य प्रकृति के एक विशिष्ट पहलू को दर्शाता है, जिसमें एक रक्षक, योद्धा, माँ और ब्रह्मांडीय शक्ति के रूप में उसकी भूमिकाएँ शामिल हैं। इन नामों का पाठ करना एक भक्ति अभ्यास है जो देवी के आशीर्वाद का आह्वान करता है, उनकी ऊर्जा के साथ गहरा संबंध स्थापित करता है और उनके दिव्य गुणों का आह्वान करता है। ऐसा माना जाता है कि यह अभ्यास भक्त के जीवन में आध्यात्मिक विकास, सुरक्षा और आशीर्वाद लाता है।
देवी दुर्गा के विभिन्न गुणों और पहलुओं का आह्वान करने के लिए भक्ति प्रथाओं में इन नामों का उपयोग किया जाता है।