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गंगेश्वर महादेव मंदिर एक हिन्दू मंदिर है जो कि भारत के राज्य गुजरात के दीव शहर से 3 किलोमीटर दूर फादुम गांव में स्थित है। इस मंदिर के नाम से ही जाना जा सकता है कि यह मंदिर पूर्णतयः भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में स्थिपित शिव लिंग महाभारत काल के है तथा पांडवों द्वारा बनायें गये है। इस मंदिर में पांच शिव लिंग है इसलिए यह मंदिर पांच शिव लिंग के लिए भी जाना जाता है। इस मंदिर का नाम गुजरात के प्राचीन शिव मंदिरों में आता है। इस मंदिर में स्थापित शिव लिंग लगभग 5000 साल पुराने है। यह मंदिर ‘सीशोर मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि शिव लिंग समुद्र के किनारे पर स्थित है। समुद्र में ज्वार आने पर ये शिव लिंग समुद्र के पानी में डुब जाते है।
गंगेश्वर भगवान शिव के एक नाम है जो कि गंगा माता को अपने जटा में धारण करने पर मिलता था। इस मंदिर का वातावरण अत्यन्त पवित्र व निर्मल है जोकि हर समय समुद्र की लहरों की आवाजों सुना जा सकता है इसलिए इस मंदिर से एक शक्तिशाली ऊर्जा का संचार होता है। जिसको देखने व महसुस करने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु आते है।
इस मंदिर में भगवान गणेश, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति भी स्थापित है। समुद्र का पानी मंदिर को साफ करता है, जैसे मानों समुद्र महोदव के इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने मात्रा आता हो। यह मंदिर अपनी शांति और सुन्दरता के कारण भगवान शिव की पूजा करने के लिए प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक बना गया है।
गंगेश्वर मंदिर में शिव रात्रि का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है इस दौरान लाखों श्रद्धालु महोदव के दर्शन के लिए आते है।