श्री विश्वनाथ मंदिर एक हिन्दूओं का प्रमुख मंदिर है। जो कि भारत के राज्य उत्तर प्रदेश, वाराणसी में स्थित है। यह मंदिर वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू) के परिसर में स्थित है। यह मंदिर पूर्णतयः भगवान शिव समर्पित है। इस मंदिर का नया विश्वनाथ मंदिर या बिड़ला मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है, कि इस मन्दिर का शिखर भारत में सबसे ऊँचा है।
श्री विश्वनाथ मंदिर, बिड़ला मंदिर के समुहों में सबसे प्रमुख व प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में सभी देवी देवताओं के छोटे बड़े मंदिर है। जिनमें सबसे प्रमुख मंदिर भगवान शिव का है। श्री विश्वनाथ मंदिर के अन्दर भगवान शिव के नटराज रूप की बहुत सुन्दर मूर्ति है। माता पार्वती, भगवान गणेश, पंचमुखी महादेव, भगवान हनुमान, सरस्वती और नंदी की भी मुर्ति स्थिपित है। भगवद गीता का संपूर्ण पाठ और पवित्र हिंदू धर्मग्रंथों के अर्क को मंदिर की आंतरिक संगमरमर की दीवारों पर चित्रण के साथ अंकित किया गया है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, जो कि वाराणसी में स्थित है, को कई बार नष्ट व पुनर्निर्माण किया गया था। 1194 में कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा, 1447-1458 के बीच हुसैन शाह शर्की द्वारा और फिर 1669 ईस्वी में औरंगजेब द्वारा नष्ट किया गया था। 1930 के दशक में, पंडित मदन मोहन मालवीय ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के परिसर में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की जैसा बनाने की योजना बनाई। बिड़ला परिवार ने मार्च 1931 में निर्माण और नींव रखी। इस मंदिर का पूर्ण निर्माण 1966 में पुरा हुआ, तथा मंदिर के बनाने में लगभग 35 वर्ष लग गये। मंदिर भारत के सबसे ऊंचे मंदिरों में से एक है। मंदिर की कुल ऊंचाई 77 मीटर (253 फीट) है। मंदिर का डिज़ाइन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से प्रेरित था और मंदिर को लाल रंग के पत्थर और ज्यादातर सफेद संगमरमर से बनाया गया है।