तीज हिन्दू धर्म के कई त्योहारों का नाम है। यह त्योहार हिन्दू महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। तीज के त्योहार नेपाल और उत्तरी भारत में बहुत प्रसिद्ध है। हरियाली तीज और हरतालिका तीज मानसून के मौसम का स्वागत करते हैं और मुख्य रूप से लड़कियों और महिलाओं द्वारा हाथों में मेंहदी लगाना, लाल और हरे रंग के कपडे पहनना, गीत, नृत्य और प्रार्थना अनुष्ठानों के साथ मनाते हैं। तीज के मानसून त्योहार मुख्य रूप से पार्वती और शिव के साथ उनके मिलन को समर्पित हैं। तीज के उत्सव में महिलाएं उपवास रखती हैं।
तीज का त्योहार भारत के राज्य में अगल-अगल दिन व अगल-अगल नाम से मनाया जाता है। परन्तु तीज के त्योहार का उद्देश्य एक ही है, महिलाओं में उत्साह और खुशी। भारत के तरह पाकिस्तान के सिंधी समुदाय में इस त्योहार को तीजड़ी व तीजरी के नाम से मनाते है और सावन पूर्णिमा के तीसरे दिन मनाते है।
हरियाली तीज, एक प्रसिद्ध हिंदू त्योहार, श्रावण माह के दौरान शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर हिंदू महिलाएं व्रत रखती हैं। यह त्योहार विशेष रूप से उत्तरी भारत के शहरों में मनाया जाता है, जहां घरों में झूले सजाए जाते हैं, जिससे उत्सव का उत्साह बढ़ जाता है। हरियाली तीज उत्तरी भारत के राज्य - उत्तर प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान में प्रसिद्ध है।
करजी तीज को छोटी तीज के नाम से भी जाना जाता है। भारत के राज्य - उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार में काफी प्रसिद्ध है।
हरतालिका हिंदी शब्द हरित और आलिका का एक संयोजन है जिसका अर्थ क्रमशः “अपहरण“ और “महिला मित्र“ है। हरतालिका तीज की कथा के अनुसार, पार्वती ने शैलपुत्री के रूप में अवतार लिया। है। भारत के राज्य - उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र में काफी प्रसिद्ध है। महाराष्ट्र में यह त्योहार गौरी हब्बा के त्योहार से जुड़ा हुआ है।
अखा तीज, जिसे अक्षय तृतीया भी कहा जाता है, वैशाख महीने में पूर्णिमा के तीसरे दिन पड़ती है। यह विष्णु के छठे अवतार परशुराम के जन्मदिन का एक शुभ दिन है। इस दिन वेद व्यास और गणेश ने महाभारत लिखना शुरू किया था।
आवर तीज मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में वैशाख के महीने में मनाई जाती है। तीज का यह त्योहार वसंत ऋतु में आता है। वैशाख का महीना वसंत ऋतु के दौरान आता है।
तेलंगाना में तीज एक व्यापक उत्सव का हिस्सा है जो मनाए जाने वाले अन्य त्योहारों का अग्रदूत है और इसे काजल तीज के रूप में जाना जाता है। काजल तीज बंजारा जनजाति के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है।
केवड़ा तीज, जिसे केवड़ा ट्रिज के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से गुजरात में मनाया जाने वाला त्योहार है। यह त्यौहार गुजरात में भाद्र के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाता है। यह व्रत हरतालिका तीज व्रत के समान है। विवाहित और अविवाहित महिलाएं इस दिन उपवास रखती हैं और पार्वती और शिव को केवड़ा फूल चढ़ाती हैं।