आचार्या: पितर: पुत्रास्तथैव च पितामहा: |
मातुला: श्वशुरा: पौत्रा: श्याला: सम्बन्धिनस्तथा || 34||
शिक्षक, पिता, पुत्र, दादा, मामा, पोते, पिता, दादा, भतीजे, भाई-बहन और अन्य परिजन यहां मौजूद हैं, जिससे उनके जीवन और धन की प्राप्ति होती है।
शब्द से शब्द का अर्थ:
आचार्य - शिक्षक
पितरौ - पिता
पुत्रा - पुत्र
तत - साथ ही
एव - वास्तव में
चा - भी
पितामह - दादा
मातुल्य - मामा
श्वशुरा: - पिता जी
पौत्राः - पौत्र
श्याला: - भाई जी
सम्बन्धिनस्तथा - परिजन