शिकारी देवी मंदिर एक हिन्दू समुदाय के लिए पवित्र मंदिरों में से एक है। शिकारी देवी मंदिर भारत के राज्य हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के जंजैहली गांव से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शिकारी देवी मंदिर पूरी तरह से देवी दुर्गा को समर्पित है। शिकारी देवी मंदिर तक जाने के लिए वन क्षेत्र से जाना पड़ता है, या ऐसा कहा जाये कि शिकारी देवी मंदिर वन क्षेत्र में स्थित है। शिकारी देवी मंदिर समुद्र तल से लगभग 3359 की ऊंचाई पर स्थित है। शिकारी देवी मंदिर मंडी जिल का सर्वोच्च शिखर पर स्थित है इसलिए मंडी जिला का क्राउन भी कहा जाता है।
शिकारी देवी मंदिर के आस पास प्रकृति के मनोरम दृश्य से भरपूर है। इसलिए देवी के भक्तों के साथ-साथ प्रकृति के प्रेमियों के लिए भी यह पसंदीदा स्थान है। गर्मी के मौसम में मंदिर के चारों ओर विशाल हरे चरागाह, मनोरंजक सूर्योदय और सूर्यास्त सुंदर दृश्य को देखा जा सकता है। सर्दियों के दौरान चारों तरफ बर्फ ही बर्फ होती है। इसलिए सर्दी के मौसम में शिकारी देवी मंदिर की यात्रा को बन्द कर दिया जाता है।
शिकारी देवी मंदिर की विशेषता यह है कि इस मंदिर की छत नहीं है, अर्थात् यह मंदिर छत रहित मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कोई भी व्यक्ति इस मंदिर की छत नहीं लगवा पाया है।
ऐसा माना जाता है कि मार्कण्डेय ऋषि ने इस स्थान पर कई सालों तक तपस्या की थी। मार्कण्डेय ऋषि की तपस्या से खुश होकर देवी दुर्गो शक्ति रूप में यह स्थापित हुई। बाद में पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान मंदिर का निर्माण किया था।
नवरात्रि के दौरान मंदिर में हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन व आशीर्वाद पाने के लिए आते है।